शालिग्राम, भगवान विष्णु का एक रूप है. शालिग्राम की स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त का चयन करना महत्वपूर्ण है. शालिग्राम की स्थापना आमतौर पर पूर्णिमा, द्वादशी, एकादशी, गोवत्स द्वादशी, या अक्षय तृतीया जैसी पवित्र तिथियों पर की जाती है. शालिग्राम की स्थापना के लिए चांदी के सिंहासन का इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा, तांबे के किसी छोटे बर्तन जैसे कि कटोरी आदि में रख कर भी शालिग्राम भगवान को तुलसी के पौधे में स्थापित किया जा सकता है